उत्‍कृष्‍ट शिक्षकों की कथाएं
समस्‍त गुरुजनों के चरणों में वंदना करते हुये में आज से शिक्षकों के उत्‍कृष्‍ट कार्यों की कथाएं कहना प्रारंभ कर रहा हूं. शिक्षकों के इन कार्यों से मैं तो अभिभूत हूं, ही, मुझे विश्‍वास है कि आप सब भी प्रभावित होंगे. मुझे इस बात की भी आशा है कि शिक्षक भी इन कहानियों को पढ़कर एक दूसरे से सीख सकेंगे.

नवाचारी शिक्षक जगजीवन कैवर्त्य

कोरोना वायरस के खतरे के कारण विद्यालय में पढ़ाई लगभग पूरी तरह प्रभावित थी, लेकिन कुछ शिक्षको की सक्षमता एवम तत्परता ने विद्यार्थियों को पढ़ाई से जोड़े रखा. इसी कड़ी में नाम आता है नवाचारी शिक्षक जगजीवन राम कैवर्त्य का, जो शास. पू. मा. शाला बरपाली, वि. ख. करतला, जिला कोरबा में पदस्थ हैं, जिन्होंने वैश्विक महामारी कोरोना काल में कई नवाचारों व्दारा बच्चो की पढ़ाई जारी रखी. उनके कुछ नवाचार नीचे दिये गये हैं -

वीडियो द्वारा शिक्षण - कोरोना काल की शुरुआत में जब अचानक स्कूल को बंद करना पड़ा, तब बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखना बहुत बड़ी चुनौती थी. जहां चाह वहां राह की कहावत को चरित्रार्थ करते हुए शिक्षक जगजीवन राम कैवर्त्य ने पालकों के मोबाइल नंबर एकत्र कर वाट्ससप ग्रुप का निर्माण किया और इंग्लिश और गणित विषय के छोटे-छोटे वीडियो बनाकर ग्रुप में भेजकर बच्चो को पढ़ाई से जोड़े रखा.

ऑनलाइन क्लास का आयोजन - शासन के व्दारा जब पढ़ाई तुंहर दुवार योजना प्रारंभ की गयी, तो उसमे भी वेबेक्स के माध्यम से ऑनलाइन क्लास का आयोजन कर बच्चो को पढ़ाते रहे. जिन बच्चो के पास स्मार्ट फोन नही था, उनके लिए मिस्‍ड कॉल गुरुजी कार्यक्रम चलाया, जिसके व्दारा बच्चे कोई टॉपिक समझ नही आने पर मिस्‍ड कॉल करके शिक्षक से पूछते रहे.

मोहल्ला क्लास का संचालन - गांव में जब कोरोना की स्थिति सामान्य हुई, तो मोहल्ला क्लास का भी संचालन किया गया. बच्चो को विभिन्न TLM की सहायता से गणित व अंग्रेजी विषय को बहुत सरल तरीके से सिखाने का प्रयास किया गया.

योग क्लास का आयोजन - कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता व इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए ऑनलाइन योगा क्लास 'आओ मिलकर योग करें' का संचालन किया, जिनसे स्कूल के बच्चो के साथ साथ पूरे राज्य के बच्चे एवं शिक्षक जुड़कर योगाभ्यास एवम प्राणायाम करते थे.

सीजी पोर्टल में नायक के रूप में चयन - शिक्षक जगजीवन राम कैवर्त्य व्दारा अच्छे-अच्छे वीडियो निर्माण कर सीजी स्कूल के पोर्टल में अपलोड करने में भी अपनी सहभागिता निभाई है, जिसके लिए पढ़ाई तुंहर दुवार के पोर्टल में हमारे नायक के रूप में स्थान प्राप्त हुआ था.

टी.एल.एम. व्दारा शिक्षण - हम जानते हैं कि सहायक शिक्षण सामग्री के माध्यम से शिक्षण को रोचक बनाया जा सकता है. जगजीवन कैवर्त्य व्दारा गणित एवं अंग्रेजी के 150 से 200 टी.एल.एम. का निर्माण कर उसका प्रयोग कर बच्चो को शिक्षण कार्य कराया जा रहा है.

अस्‍वीकरण: मैने यह कहानियां संबंधित शिक्षकों एवं उनके मित्रों व्दारा दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी हैं, स्‍वयं उनका सत्‍यापन नही किया है.

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