हंसगुल्ले

  • एक आदमी होली के दिन ये गुनगुना रहा था
    घर में नहीं है पानी तो होली कैसे मनाऊ रे..!!
    घर में नहीं है पानी तो होली कैसे मनाऊ रे..!!
    उसका ये गाना सुनकर पड़ोसी ने कहा:
    पानी हो ना हो, होली तो मनाना चाहिए.
    उधार ले कर ही सही, साल में एक बार तो नहाना चाहिए !
  • एक साधु था.
    उसे गाने का बहुत शौक था,
    लेकिन उसकी आवाज बहुत बुरी थी.
    होली के दिन भांग पीकर
    वह अपनी उसी फटी हुई आवाज में
    जोर-जोर से गाना गाने लगा –'महबूबा, महबूबा…'
    गाना गाते हुए वह बेचारा
    भांग के नशे में नाले में जा गिरा.
    फिर नाले में उसकी आवाज आई –
    'मैं डूबा, मैं डूबा', अरे कोई तो बचाओ 'मैं डूबा, मैं डूबा'.
  • लड़का – हर सन्डे के दिन आपके चेहरे पर रंग क्यों लगा होता है
    लड़की – अरे मैं हर सन्डे होली खेलती हूँ
    लड़का – क्यों ?
    लड़की – अरे हमारे स्कूल में टीचर ने बताया है कि'Sunday मतलब Holiday'
  • जो लोग
    'बुरा न मानो, होली है'
    ये कहकर रंग डाल जाते हैं
    दिवाली आने पर आप भी
    'बुरा न मानो, दिवाली है'
    कहकर उनपर बम डाल देना 🙂

Visitor No. : 6754090
Site Developed and Hosted by Alok Shukla