चित्र देखकर कहानी लिखो
पिछले अंक में हमने आपको कहानी लिखने के लिये एक चित्र दिया था. वह चित्र हम नीचे दे रहे हैं –
इस चित्र पर हमें बड़ी सुंदर कहानियां मिली हैं. उन्हें हम यहां प्रकाशित कर रहे हैं–
शहर से आए चाचा जी
लेखिका - कु. रबीना टोप्पो, कक्षा सातवीं, शा.पूर्व मा. वि. नवापारा कर्रा
एक गांव में एक लड़की रहती थी. उसका नाम रानी था. वह बहुत अच्छी व समझदार थी. रानी आज बहुत खुश थी क्योंकि रानी के चाचा जी शहर से आने वाले थे. थोड़ी देर में रानी के चाचा रानी को पुकारते हुए घर के अंदर आए. रानी अपने चाचा को देखकर बहुत खुश हुई. रानी अपने चाचा को गांव के पास के बगीचे में घुमाने ले गई. बगीचे में सुंदर सुंदर फूल खिले थे. चाचा जी अपना कैमरा भी लाये थे. वे बगीचे के पेड़ों और फूलों के फोटो ले रहे थे. चाचा जी ने एक पेड़ पर चिड़िया का घोंसला देखा. चिड़िया अपने बच्चे को खिला रही थी. चाचाजी दूसरे पेड़ पर चढ़कर चिड़िया का फोटो लेने लगे. चिड़िया समझी कि वह आदमी उसके बच्चे को लेने आ रहा है. चिड़िया झट से उड़कर चाचा जी को चोंच से मारने लगी. चाचाजी को चिड़िया पर बहुत गुस्सा आया. वे चिड़िया को भगाने की कोशिश करने लगे. अब क्या था चाचा जी का पैर फिसला और चाचाजी पेड़ से नीचे गिर पड़े. इतना देखकर रानी चाचा जी के पास दौड़ी चली आई और उन्हें उठाकर घर ले गई. चाचाजी दूसरे दिन फिर उसी पेड़ के नीचे गए और पेड़ पर चढ़कर घोंसले को नीचे फेंक दिया. तभी रानी वहां आ गई. उसने चिड़िया का घोंसला उठा लिया. चाचा जी पेड़ के नीचे उतरे. उन्होंने रानी से गुस्से में कहा - रानी तुमने घोंसला क्यों उठाया? रानी ने कहा - चाचा जी कल चिड़िया ने आपको चोट मारी इसलिए आप चिड़िया का घोंसला नीचे फेंक रहे थे. अगर उस चिड़िया की जगह आप होते तो आप भी यही करते. चिड़िया ने सोचा होगा कि आप उसके बच्चे को लेने आ रहे हैं इसलिए उसने आपको चोट मारी. चाचा जी को अपनी गलती का अहसास हुआ और वह खुद चिड़िया के घोसले को पेड़ पर रखकर आए. रानी और उसके चाचा खुशी-खुशी घर आ गए.
राजेश फोटोग्राफर
लेखिका – कु. पूजा पन्द्रो कक्षा 5 वीं शा. प्रा. शा. मझवानी
एक गांव था. वहां का जंगल बहुत हरा भरा और सुंदर था. जंगल में बहुत से जीव-जंतु रहते थे. वहां के लोग भी बहुत अच्छेी थे. एक बार की बात है उस जंगल में शहर से एक आदमी आया. वह अपने साथ एक बैग, दुरबीन और कैमरा लाया था. गांव के लोगों ने उसका नाम पूछा. उसने बताया कि वह राजेश है और शहर से यहां घूमने और जानवरों की तस्वीर लेने आया है. एक दिन तस्वीरें लेते और घूमते हुए वह एक तालाब के किनारे पहुंचा. वहां बहुत से पेड़-पौधे लगे थे. एक पेड़ पर उसने एक घोंसला देखा जिसमें एक चिड़िया अपने बच्चों के साथ थी. वह उन्हें ठीक से देखने के लिये पास के एक पेड़ पर चढ़ गया और फोटो लेने लगा. उसने शहर जाकर वह तस्वींर पेपर में भी छपवाई.
अब नीचे दिये चित्र को देखो और उसपर जल्दी से एक कहानी लिखकर हमें भेज दो. हम अगले अंक में आपकी कहानी भी प्रकाशित करेंगे –