अपनी बात
भारत की आज़ादी की लड़ाई में कुछ गीतों का बड़ा महत्व रहा है. न जाने कितने वीरों ने इन गीतों को गाते हुए आज़ादी के लिए अपने प्राण तक कुर्बान कर दिए. न जाने कितनों ने लाठियां और गोलियां खाईं. न जाने कितने नौजवानों में अपनी जवानी के कई साल जेल की सलाखों के पीछे काट दिये. यह गीत आज भी हमे रोमांचित कर देते हैं. मैंने कुछ दिनों पहले आज़ादी के इन तरानों पर ब्लागों की एक श्रंखला लिखी थी. यह ई-पुस्तक उन्हीं ब्लागों को जोड़कर बनाई गई है. यह गीत आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने स्वितंत्रता की लड़ाई के दिनों में थे.
जहां कहीं भी मुझे इन गीतों के वीडियो यू-ट्यूब पर मिले हें उनके लिंक मैने इस पुस्तक में दे दिये हैं. आप यदि इन गीतों के वीडियो देखना चाहें तो अपनी डिवाइस पर इंटरनेट चालू करके, ई-पुस्तक में दिये गए वीडियो के चित्र पर क्लिक करें. गीत का वीडियो आपके ब्राउज़र में प्ले होने लगेगा. भारत की पवित्र धरती को यह नमन मेरा भी है और आज़ादी के लिये अपनी जान न्योछावर करने वाले वीरों के प्रति श्रध्दांजली भी है.
आलोक शुक्ला