समस्त गुरुजनों के चरणों में वंदना करते हुये में आज से शिक्षकों के उत्कृष्ट कार्यों की कथाएं कहना प्रारंभ कर रहा हूं. शिक्षकों के इन कार्यों से मैं तो अभिभूत हूं, ही, मुझे विश्वास है कि आप सब भी प्रभावित होंगे. मुझे इस बात की भी आशा है कि शिक्षक भी इन कहानियों को पढ़कर एक दूसरे से सीख सकेंगे.
जल संचयन पर विशेष ध्यान देने वाली रचना सोनी
रचना सोनी ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय, माध्यमिक शाला सोनतराई, सीतापुर में प्रधान पाठक के पद पर पदस्थ हैं. बच्चों में स्कूल के प्रति रुचि उत्पन्न करने के लिए वे समय-समय पर नवाचार के अलावा विद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधि, खेल, रचनात्मक गतिविधि कराती हैं. भारतीय संस्कृति को जीवित रखने के लिए समय-समय पर विभिन्न त्योहार का आयोजन कराती रहती हैं, ताकि बच्चों की रुचि स्कूल और पढ़ाई के प्रति बनी रहे.
इसके अलावा उन्होीने स्टाफ के सहयोग से एवं स्वयं के व्यय से बच्चों को टाई, बेल्ट, जूता, मोज़ा वितरित किया है, ताकि बच्चों का रुझान विद्यालय के प्रति बना रहे. वे समय-समय पर नए-नए नवाचार करती रहती हैं, ताकि बच्चे विद्यालय और पढ़ाई से जुड़े रहें. शिक्षा के क्षेत्र में वे अपनी सेवा पिछले 25-26 सालों से इसी तरह दे रही हैं. उन्हेर 2020 में मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण ज्ञान दीप पुरस्कार मिला है.
उन्होेने गतिविधि के माध्यम से बच्चों को जल संचयन की प्रक्रिया बड़ी बच्छी् तरह से समझाई है, ताकि बच्चे अपने घर, मोहल्ले और अपने आसपास के लोगों को जल के महत्व को समझाते हुए जल संचयन की प्रक्रिया पर स्वयं अमल करते हुए सभी को जागरूक करें और भविष्य में होने वाली जल की कमी से बचने के लिए अभी से जल का सही उपयोग और बचाव कर सकें.
अस्वीकरण: मैने यह कहानियां संबंधित शिक्षकों एवं उनके मित्रों व्दारा दी गयी जानकारी के आधार पर लिखी हैं, स्वयं उनका सत्यापन नही किया है.