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Table of Contents / अनुक्रमणिका
नटखट निन्नी
मम्मी-
देखो निन्नी, अगर तुम सबसे अच्छा व्यवहार रखोगे और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाओगे तो सभी तुमसे प्यार करेंगे.
निन्नी
- हाँ मम्मी, वो पड़ोस वाली चाची ने मुझसे प्यार से बातें की.
मम्मी-
अरे वाह! क्या कहा उन्होंने?
निन्नी –
उन्होंने कहा कि दोबारा अगर फूल तोड़ने मेरे घर में घुसी तो तुम्हारी टाँगे तोड़ दूंगी.
पापा-
निन्नी बेटी, स्कूल के लिए जल्दी तैयार हो जाओ, नहीं तो देर हो जाएगी.
निन्नी-
कोई बात नहीं पापा, मेरा स्कूल तो शाम तक खुला रहता है.
निन्नी
- चुन्नी, मेरी बिल्ली को अपना नाम बोलना आता है.
चुन्नी
- अरे वाह ! तुम्हारी बिल्ली का नाम क्या है?
निन्नी
- म्याऊँ.
निन्नी-
पापा, आपका पर्स कहीं खो तो नहीं गया है?
पापा-
(चौंकते हुए) नहीं तो.
निन्नी-
ठीक से देख लीजिए, कहीं गिर तो नहीं गया है.
पापा-
(जेब में हाथ डालकर) नहीं चुन्नी, मेरा पर्स मेरी जेब मेंही है.
निन्नी-
तो फिर मुझे सौ रूपये दे दीजिये.
निन्नी जोर जोर से रोते हुए अपनी मम्मी के पास आई.
मम्मी-
अरे क्या हुआ, क्यों रो रही है?
निन्नी-
पापा दीवार पर कील ठोक रहे थे. हथोड़ा उनकी ऊँगली में लग गया.
मम्मी-
तेरे पापा को चोट लगी तो तू क्यों रो रही है? तुझे तो हँस देना था.
निन्नी-
हाँ मम्मी, मैं तो हँस रही थी.
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