चित्र देखकर कहानी लिखो
पिछले अंक में हमने कहानी लिखने के लिये यह चित्र दिया था –
इस चित्र पर हमें अनेक कहानियां प्राप्त हुई हैं. उनमें से हम 2 कहानियां यहां प्रकाशित कर रहे हैं-
मीना की अंतरिक्ष सैर
लेखक - नारायण सिंह नायक
मीना कक्षा 6 वीं में पढ़ती है. एक बार उसके विज्ञान शिक्षक ने बच्चों को बताया कि पृथ्वी सौर मंडल का एकमात्र ग्रह है, जहां जीवन है. पृथ्वी सहित अन्य ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं. कई तारे सूर्य से भी ज्यादा चमकदार और बड़े हैं. स्कूल में पढ़ाई करके और खेलकर मीना थक गई थी. वह घर आते ही सो गई. सोते हुए उसने स्वप्न मे देखा कि वह अंतरिक्ष यान से ब्रम्हांड की सैर कर रही है और सभी ग्रह और तारे चमकदार और गतिशील हैं. मंगल ग्रह की सैर करने के बाद वह चंदा मामा के पास पहुंची तो चंदा को देख कर खुशी से झूम उठी और जोर-जोर से गाने लगी –
चंदा मामा आया,
सूरज को दूर भगाया,
जगमग तारों का प्रकाश छाया,
बड़ा मजा आया.
उसका गाना सुनकर मम्मी पापा और मीना का भाई आकाश खिखिलाकर हंसने लगे. उनकी हंसी से मीना की नींद खुल गई. अपने स्वप्न को याद करके मीना भी हंस पड़ी.
सपनो की उड़ान
लेखिका श्रीमती दीप्ति दीक्षित
शिक्षा एक 5 साल की बच्ची है. वह रोज़ रात को सोते समय अपनी मम्मी से कहानी सुना करती थी. एक दिन उसकी मम्मी ने उसे ग्रहों और सौर मंडल की कहानी सुनाई. उस रात उसने सपने में देखा कि वह एक रॉकेट में बैठकर बृहस्पति ग्रह पर पहुंच गई है, जो बहुत बड़ा और सुंदर है. यहां उसका बहुत बड़ा घर है. उसके सारे दोस्त उसके साथ एक बड़े से बगीचे में खेल रहे हैं. चारों ओर हरियाली ही हरियाली है. यहां से उसका पृथ्वी का घर भी दिखाई दे रहा था. उसने सोचा कि यदि उसके घर या देश को कोई नुकसान पहुंचायेगा तो उसे वह यहीं से तोप से मार देगी. सुबह जब उसने सपने की बात मम्मी से कही तो उन्होंने उसे बताया कि बृहस्पति ग्रह पर तो हवा ही नही है इसलिए वहां जीवन संभव नही है. शिक्षा ने ठान लिया कि वह बड़ी होकर खगोल शास्त्री बनेगी और एक दिन बृहस्पति ग्रह पर जरूर जाएगी, जिसे उसने अपने सपने में देखा है.
अब नीचे दिये चित्र को देखो और झटपट एक मज़ेदार कहानी लिखकर हमे भेज दो. सभी अच्छी कहानियां हम अगले अंक में प्रकाशित करेंगे.