छत्तीसगढ़ी बालगीत
नांव लिखाले
लेखक - रघुवंश मिश्रा
नाव लिखाले तै स्कूल जाए बर ।
बनी भूति करत म पहा जाही उमर हर ।
गली गली गूरूजी मन घूमत हे ।
स्कूल लाये बर नाव लिखत हे ।।
तोर मन म का चिज के हावय डर ।
नाव लिखाले तै स्कूल जाए बर ।
पास पडोस के संगी संगवारी ।
मन म भरके उमंग भारी ।।
बस्ता लेके अपन छोड़ दिहिन घर ।
नाव लिखाले तै स्कूल जाए बर ।
पढ़े लिखे म गियान पाबे ।
जग म आपन नाव कमाबे ।।
दाई ददा के सपना ल पूरा कर ।
नाव लिखाले तै स्कूल जाए बर ।