गणित की गतिविधियां-8
कंकड़ इकट्ठे करो और बने हुए फलों पर रखो, जितने कंकड़ रखे उतनी बिन्दियाँ बनाओ
1.यह गतिविधि हम क्यों करें?
बच्चों में संख्या पूर्व अवधारणा (एक-एक की संगति) की समझ विकसित होगी।
2.यह गतिविधि हम कैसे करें?
बच्चों को अपने लिए कंकड़ इकट्ठे करके लाने को कहें।
बच्चों को कहें कि -
i)पहली लाइन में बने अमरूद के फलों को देखो जितने फल हैं, उतनी ही बिन्दियाँ खाने में बनी हैं।
ii)हमें दूसरी लाइन के फलों (आम) पर कंकड़ रखना है। हर एक फल पर एक कंकड़ रखेंगे। जितने कंकड़ रखे उतनी ही बिन्दियाँ खाने में बनानी हैं।
iii)इसी प्रकार अगली लाइनों के फलों पर भी कंकड़ रखना है और जितने कंकड़ रखे उतनी बिन्दियाँ खानों में बनानी हैं।
जब बच्चे यह गतिविधि करें तब देखें कि सभी बच्चे निर्देश को समझकर ठीक से कंकड़ रख रहे हैं नही और जितने कंकड़ रखे उतनी ही बिन्दियाँ बना पा रहे हैं या नहीं।
जिन बच्चों को कठिनाई हो रही हो, उनके लिए एक लाइन के फलों में कंकड़ रखकर उतनी ही बिन्दियाँ बनाकर दिखाएँ और फिर उन्हें अगली लाइनों के फलों पर वैसा ही करने के लिए कहें।
जब सभी बच्चे सही-सही संख्या में कंकड़ रखकर बिन्दी बना लें तब बारी-बारी से प्रत्येक बच्चे को एक से पाँच तक के बिन्दी कार्ड दें और कहें कि चित्र के सामने बने खाने में जितनी बिन्दियाँ बनी हैं, उतनी ही बिन्दी वाला कार्ड उस खाने में रखें।
देखें कि क्या सभी बच्चे सही कार्ड को खाने में रख रहे हैं? आवश्यकतानुसार बच्चों की मदद करें।
जब सभी बच्चे यह कर लें तब उनसे बातचीत करें कि अब प्रत्येक लाइन में जितने फल हैं, उतने करके बतायें कि कंकड़ हैं और उतनी ही बिन्दियाँ हैं।
3.क्या यह भी हो सकता है?
शाला में जितने शिक्षक/शिक्षिका आये हैं, बच्चों से उतने ही फूल लाकर टेबिल पर रखने को कहें। वे प्रत्येक शिक्षिका/शिक्षक को एक-एक फूल देकर पता करें कि सभी शिक्षकों के लिए एक-एक फूल रखा था या नहीं।
कक्षा की एक पंक्ति में जितने बच्चे बैठे हैं उतने फूल/पत्ती/चॉक/कलम को टेबिल अथवा गोल घेरे में रखने को कहें। जब वे ऐसा कर लें उसके बाद वह वस्तु उस पंक्ति के प्रत्येक बच्चे को एक-एक देने को कहें और पता करने दें कि जितने बच्चे थे उतनी ही वस्तुएँ गोल घेरे में रखी थीं या नहीं।
पंक्ति में बच्चों की संख्या को बदल-बदल कर सभी बच्चों को यह गतिविधि करने का अवसर दें। प्रारंभ में पंक्ति में बच्चों की संख्या कम रखी जाये।
4.इस गतिविधि के कुछ फायदे और भी हैं -
बच्चों में तार्किक क्षमता का विकास होगा।
बच्चे मूर्त से अमूर्त चिंतन की ओर बढ़ेंगे।
कुछ बच्चे गिनना प्रारंभ कर सकते हैं।
जिन बच्चों को गिनना आ चुका है वे गिनकर गतिविधि करेंगे, फलस्वरूप गिनने का अवसर मिलेगा।
संजय कुमार देवांगन शास.क.प्रा.शाला अमोदा, जिला - जाँजगीर का अनुभव
इस गतिविधि के दौरान मैंने पाया कि बच्चे खेल-खेल में आसानी से बहुत कुछ सीख रहे हैं। उन्हें पता ही नहीं कि गणित पढ़ रहे हैं। इसके माध्यम से बच्चों में एक-एक की संगतता की समझ विकसित हो रही है।