नवाचार - कला कौशल

लेखिका एवं चित्र - स्नेहलता टोप्पो

शालेय गतिविधियों में कला कौशल का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है. बच्चों के मानसिक विकास व आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए उन्हे विभिन्न कलाओं से अवगत करा निरंतर अभ्यास करना जरूरी है.समय के साथ बच्चों में निखार आता है.

कला कौशल व्यक्तित्व के विकास का प्रथम सोपान है.चूँकि इसमें बच्चे मिलजुकर कार्य करते हैं तो समूह के महत्व को जान पाते है. एक-दूसरे से ज्यादा घुलते-मिलते हैं.अपनी चीजें बाँटकर चित्रकला, अथवा अन्य गतिविधि को उत्साहपूर्वक करते हैं.

नैतिकता का विकास,आत्मविश्वास,व्यक्तित्व निखारने में कला कौशल का महत्वपूर्ण योगदान है. इसी कड़ी में बच्चों ने सरकल आर्ट,पेपर कटिंग करके मनमोहक पेंटिंग, टूटे आईने से फूलदान,गुलदस्ते, मिट्टी के खिलौने, कागज की गुड़िया, तितली व अन्य सुन्दर वस्तुओं को सीखकर बहुत उत्साही व खुश दिखाई देते हैं.और ऐसी गतिविधियाँ बच्चों की अनुपस्थति पर भी प्रभाव डालती है.

शिक्षा हो या कला नवाचार बच्चों को आकर्षित करता है.

नवाचार – शैक्षणिक भ्रमण

लेखक एवं चित्र - नरोत्तम कुमार साहू

शिक्षा का मूल उद्देश्य आत्मनिर्भर बनाना होता है प्रायः बच्चों को किताबी ज्ञान देकर हम सरकारी नौकरी के लिए तैयार करते है इस प्रकार शिक्षा का उद्देश्य नौकरी करना हो तो समाज मे नौकर ही पैदा होंगे. इन विसंगतियों को दूर करने के लिए वर्तमान समय मे रोजगारोन्मुख शिक्षा की महति आवश्यकता है. इसी तारतम्य में रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करते हुए शासकीय पूर्व माध्यमिक एवं हाई स्कूल बठेना, पाटन के बच्चों को मुर्गी पालन, बकरी पालन तथा दुग्ध शुध्द्ता मापन एवं संग्रहण केंद्र का शैक्षणिक भ्रमण शिक्षक नरोत्तम साहू के मार्गदर्शन में कराया गया. बच्चों ने लैक्टोमीटर से दूध की शुध्दतता मापन, अल्कोहल टेस्ट एवं संग्रहण का अवलोकन किया, राइस मिल में जाकर मशीनों के क्रियाकलाप को जाना, बकरियों के नस्ल एवं उनके रोगों के बारे में जानकारी ली तथा मुर्गी पालन को व्यावसायिक रूप में किस प्रकार अपनाया जा सकता है इसके बारे में विस्तृत जानकारी ली. बच्चों ने स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की सीख इस शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से ली. बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बौध्दिक एवं अंतर्निहित गुणों के विकास के साथ साथ उनके भविष्य को देखते हुए स्व रोजगार एक अच्छा माध्यम हो सकता है इसी सोच को आगे बढाते हुए बच्चों को आसपास कामगारों एवं स्व रोजगार क्षेत्रों से सीखने का अवसर प्रदान किया जा रहा है.

Visitor No. : 6721522
Site Developed and Hosted by Alok Shukla