चित्र देखकर कहानी लिखो

पिछले अंक में हमने आपको कहानी लिखने के लिये यह चित्र दिया था –

इस चित्र पर हमें कई मज़ेदार कहानियां मिली हैं. उनमें से एक को हम यहां प्रकाशित कर रहे हैं –

जंगल का राजा कौन?

लेखक - इन्द्रभान सिंह कंवर

बात उन दिनों की है जब जंगल का राजा शेर बूढ़ा हो चुका था. अब बारी थी नया राजा चुनने की जो जंगल के राज-काज को सम्भाल सके. मंत्रिमंडल की सहमति‍ से शेर का पुत्र जो बुध्दिमान, साहसी, निडर और चालाक था, को राजा बनाने की योजना चल रही थी.

तभी जंगल के ही चालाक लोमड़ ने भी जंगल का राजा बनने के लिये अपनी इच्छा प्रकट की. लोमड़ भी बहुत सुन्दर और चालाक था. अब सभी के सामने नया राजा चुनने की परेशानी खड़ी हो गई. मंत्रिमंडल ने दो प्रत्याशी होने के कारण श्रेष्ठ प्रत्याशी का चुनाव कर राजा चुनने का कार्य सबसे पुराने और अनुभवी मंत्री भालू को सौपा.

मंत्री भालू के सामने बड़ी ही विषम परिस्थिति उत्पन्न हो गई, क्योंकि दोनों ही प्रत्याशी बड़े ही चालाक, निडर, साहसी और वीर थे. किन्तु श्रेष्ठ को ही चुनकर राजा का दायित्व सौपना था. उसने एक उपाय सोचा. दोनों को जंगल का भ्रमण कर वहाँ का हाल-चाल पता करने के लिये एक साथ भेजा. दोनों जंगल भ्रमण के लिये साथ में निकले.

रास्ते में एक घटना घटित हुई. हिरन का एक बच्चा खेलते-खेलते दलदल में गिरकर फंस गया था, जिसे दोनों ने देखा परन्तु लोमड़ उसे देखकर भी कीचड़ में गंदा होने के डर से आगे निकल गया. वहीं शेर का पुत्र रुककर उस हिरन के बच्चे को बचाने के प्रयास में लग गया. काफ़ी मशक्कत के बाद शेर के पुत्र ने हिरन के बच्चे को सही सलामत बचा लिया. भालू यह सब देख रहा था.

दोनों प्रत्याशी जंगल भ्रमण कर मंत्रिमंडल की सभा में पहुँच गए. सभी की नजरें भालू के निर्णय पर टिकी हुई थीं. कुछ देर पश्चात भालू ने शेर के पुत्र का नाम पुकार कर उसे जंगल का राजा नियुक्त किया. सभी ने ताली बजाकर उसके निर्णय का स्वागत किया, परंतु सब उसके इस निर्णय के कारण के बारे में भी जानना चाह रहे थे. भालू ने सभी को पूरी घटना सुनाते हुए कहा - 'असली राजा वही होता जिसे अपनी पूरी प्रजा कि चिंता होती है. चाहे वह जीव छोटा हो या बड़ा. सच्चा राजा कभी अपनी प्रजा को मुसीबत में नही छोड़ सकता.’’ पुनः एक बार सभी ने ताली बजा कर भालू के निर्णय का सम्मान करते हुए शेर के पुत्र का राजतिलक किया और जश्न मनाया.

अब नीचे दिये चित्र को देखकर कहानी लिखें और हमें dr.alokshukla@gmail.com पर भेज दें. अच्छी कहानियां हम किलोल के अगले में प्रकाशित करेंगे.

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