चित्र देखकर कहानी लिखो

पिछले अंक में हमने कहानी लिखने के लिये यह चित्र प्रकाशित किया था –

इस चित्र पर प्राप्त कहानी हम यहां प्रकाशि‍त कर रहे हैं –

सुखीराम

लेखक - दिलकेश मधुकर

सुखीराम का आज विद्यालय में पहला दिन था. वह बहुत दुखी और उदास था. वह शहर के महंगे स्कूल में पढ़ना चाहता था. उसके सभी मित्र वहीं पढ़ रहे थे. परंतु उसके पिताजी बहुत गरीब थे, इस कारण वे उसे शहर में नहीं पढ़ा सकते थे. उन्होंने सुखीराम को गांव के सरकारी स्कूल में भर्ती कराया था. सुखीराम का कोई मित्र भी नहीं था. वह चुपचाप कक्षा में बैठा था. तभी स्कूल के शिक्षक मधुकर जी कक्षा में आये और उन्होने सभी बच्चों को मुफ्त किताबें और गणवेश के साथ टाई, बेल्ट और जूते - मोजे भी बांटे. यह चीज़ें पाकर सुखीराम खुश हो गया. फिर गुरुजी ने बताया कि आज विद्यालय में चित्रकला सिखाई जायेगी. इसे सुनकर सुखीराम बहुत खुश हुआ, क्योंकि उसे चित्र बनाना बहुत अच्छा लगता था. उसने झट से रंग और ब्रश लेकर दीवार पर चित्र बनाना शुरु कर दिया. उसने बहुत सुंदर चित्र बनाया, जिसे देखकर विद्यालय के सभी शिक्षक और बच्चे उसकी बहुत तारीफ करने लगे. अपनी तारीफ सुनकर सुखीराम बहुत प्रसन्न हुआ.

अब नीचे दिया चित्र देखो. यह चित्र हमे कविता कोरी जी ने भेजा है. क्या इस चित्र को देखकर तुम्हे कोई कहानी याद आती है. अपनी कहानी हमे तुरंत लिख भेजो अच्छी कहानियां हम अगले अंक में प्रकाशित करेंगे -

Visitor No. : 6719799
Site Developed and Hosted by Alok Shukla