कहानी

नमक और बेटी

लेखिका - कु.राजेश्वरी मरपच्ची, नवापारा कर्रा विकासखंड पाली जिला कोरबा

एक बहुत बड़ा महल था. उसमे एक राजा और उसकी रानी अपनी तीन बेटियों के साथ रहते थे. एक दिन राजा ने अपने अपनी तीनो बेटियों से पूछा -‘‘तुम तीनों मुझे कितना प्यार करते हो?’’ सबसे बड़ी बेटी ने कहा – ‘‘मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं.’’ दूसरी बेटी ने भी यही कहा. सबसे छोटी बेटी ने कहा- मैं आपसे नमक जितना प्यार करती हूं. राजा को बहुत गुस्सा आया. राजा ने अपने सैनिकों को कहा - ‘‘इसे महल से बाहर निकाल दो.’’ सैनिकों ने उसे महल से निकाल कर घने जंगल में छोड़ दिया. कई महीने बीत गए. एक दिन राजा शिकार करते - करते उस जंगल की तरफ चला गया. उसने सोचा आज रात यहीं पर रुक जाता हूं. राजा एक झोपड़ी के पास गया. उस झोपड़ी में उसकी बेटी रहती थी. अपने पिता को देखकर उसको बहुत खुशी हुई. उसने बहुत सारे पकवान बनाए, लेकिन किसी में भी नमक नहीं डाला. राजा ने जब खाना खाया तो उसमें नमक नहीं था. राजा ने अपनी बेटी से कहा - ‘‘खाने में नमक नहीं लगा है’’ उसकी बेटी ने उत्तर दिया - ‘‘जैसे नमक बिना खाना अधूरा है, वैसे ही मैं आपके बिना अधूरी हूं’’ राजा को अपनी गलती का अहसास हुआ. वह अपनी बेटी को अपने साथ महल ले गया और सभी हंसी खुशी रहने लगे.

घमंडी सियार और चतुर चींटी

लेखिका - कुमारी रुबीना नवापारा कर्रा पाली जिला कोरबा छत्तीसगढ़

एक जंगल में दो मित्र थे - एक चींटी और एक सियार. दोनों के बीच भाई बहन जैसा प्यार था. चींटी बहुत चतुर थी और सियार बहुत घमंडी था. चींटी सियार को अपनी चतुराई से हर बात में हरा देती थी. इस कारण सियार चींटी से जलने लगा. तब सियार के मन में चींटी को मारने का ख्याल आया. सियार एक योजना बनाकर चींटी को जंगल में घुमाने ले गया. जंगल में सियार ने प्यास लगने का बहाना बनाया. जब चींटी और सियार पानी पीने गए तो सियार ने चींटी को पानी में धक्का दे दिया. चींटी नदी में बहने लगी और जोर बचाओ-बचाओ से चिल्लाने लगी. नदी में बहते-बहते चींटी एक पत्ते पर चढ़ गई और किनारे तक आ पहुंची. अब चींटी उस जंगल को छोड़कर बहुत दूर चली गई और सियार जंगल में अकेला रह गया. सियार को दोस्त की कमी महसूस होती थी. उसे लगा कि वह अपनी दोस्त चींटी के बिना अधूरा है. उसे अपनी गलती का अहसास देर से हुआ. अब पछताए होत क्या जब चिड़ि‍यां चुग गईं खेत.

Visitor No. : 6629762
Site Developed and Hosted by Alok Shukla