संपादक – डा. आलोक शुक्ला
सह-संपादक – एम. सुधीश
संपादक मंडल –
राजेंद्र कुमार विश्वकर्मा , शेख अजहरुद्दीन
प्यारे बच्चों,
आप सभी को होली बुहत मुबारक हो. सब मिलकर खूब मज़े से होली मनाओ. हां यह ध्यान अवश्यक रखना कि ऐसे ही रंगों का उपयोग किया जाये जो आपके लिये हानिकारक न हों. रंगों का यह त्योहार मित्रता का त्योहार भी है. इस दिन सभी लोग पुराने गिले शिकवे मिटाकर आपस में गले मिलते हैं. बच्चों इस अंक से हम एक नई शुरुवात कर रहे हैं. इस अंक में एक अधूरी कहानी दी गई है. अपको यह कहानी पूरी करके हमे भेजना है. सभी अच्छी कहानियां अगले अंक में प्रकाशित की जायेंगी. अब आपकी परीक्षाएं भी पास आ गई हैं. त्योहार मना कर सभी पढ़ाई में जुट जाइये. हमेशा की तरह यह अंक भी http://alokshukla.com/Books/BookForm.aspx?Mag=Kilol पर नि:शुल्क. डाउनलोड के लिये उपलब्ध है. सभी से पुन: अनुरोध है कि किलोल के लिये सामान्य ज्ञान, विज्ञान के खेल, संस्मरण, चुटकुले कहानी और पहेलियां dr.alokshukla@gmail.com पर ई-मेल व्दारा भेजें. बच्चों को प्यार.
आलोक शुक्ला