संपादक – डा. आलोक शुक्ला
सह-संपादक – एम. सुधीश
संपादक मंडल –
राजेंद्र कुमार विश्वकर्मा,
शेख अजहरुद्दीन
प्यांरे बच्चों,
त्योंहारों का मौसम अब समाप्त हो गया और पढ़ाई करने तथा परीक्षाओं की तैयारी का मौसम आ गया है. मुझे विश्वास है कि आप पूरी मेहनत से पढ़ाई कर रहे होंगे. स्कूलों में इसी समय पर खेल-कूद के कार्यक्रम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है. इन कार्यक्रमों में भी आप सब बढ़चढ़ कर हिस्सा लें और अपने अनुभव हमें लिख भेजें. सर्दियों का मौसम फूलों का और विशेषकर गुलाबों का मौसम होता है. आप सब हमेशा गुलाब की तरह ही हंसते मुस्कुराते रहें ऐसी हमारी कामना है.
किलोल को लगातार अच्छी रचनाएं प्राप्त हो रही हैं. शायद कुछ स्कूलों ने आस-पास से धन एकत्रित करके पत्रिका को छापकर बच्चों में वितरित करना भी प्रारंभ किया है. यह बड़ी अच्छी पहल है. किलोल के लिये कहानी, गीत, कविताएं, पहेलियां, चुटकुले आदि का हमेशा की तरह स्वागत है. हमेशा की तरह किलोल http://alokshukla.com/Books/BookForm.aspx?Mag=Kilol पर नि:शुल्क डाउनलोड के लिये उपलब्ध है.
आलोक शुक्ला