छत्तीसगढ़ी बालगीत
आज इसकूल जाहूं
लेखक - बलराम नेताम
आज स्कूल जाहूं पढ़े-लिखे बर,
पढ़े-लिखे बर हो संगी, अपन जिनगी बर,
आज इसकूल जाहु पढ़े लिखे बर,
इसकुल हमला जाना हे,जम्मो शिक्षा पाना हे,
दाई ददा के नाम ला संगी, जग मा जगाना हे ll
आज इसकूल जाहु, पढ़े लिखे बर,
पढ़े लिखे बर संगी, जिंनगी गढ़े बर,
सजे हाबे इसकूल बढ़, निक लागे ना,
चंपा चमेली मन्दार ह, मन ला भाये ना ll
आज इसकुल जाहूं, संगी पढ़े-लिखे बर,
पढ़े-लिखे बर हो संगी, अपन जिंनगी बर
अड़बड़ भीड़ लगे हे, आज इसकूल मा,
कोनो धरे हे कापी पेन, कोनो धरे हे झोला
देखके बढ़ निक लागे, संगी मोला ।।
आज इसकूल जाहु, संगी पढ़े-लिखे बर
पढ़े लिखे बर हो संगी, अपन जिनगी बर ll
गुरूजी पढ़ा दे
लेखिका - श्रीमती नंदनी राजपूत
एबीसीडी पढ़ा दे, मोला शिक्षित बना दे,
अक्षर ज्ञान करा दे, गुरूजी पढ़ा दे।
मैं हव अनपढ़, कुछ नई जानव।
दाई ददा के बात ल मानव।
खेत-खार म काम करके, गुजारा करथव ।
गुरुजी गुजारा करथव।
ए काम ले उबार दे, गुरूजी पढ़ा दे।
कुछ तो सिखा दे, गुरुजी पढ़ा दे।
एबीसीडी पढ़ा दे, मोला शिक्षित बना दे।
अक्षर ज्ञान करा दे, गुरूजी पढ़ा दे।
ऐति ओती किंदरत रहिथौ,
जिंदगी जिए ल नई जानव।
मोर घर आके ददा ला समझा दे,
स्कूल के महत ल बता दे गुरुजी।
महु ल गुरु जी बना दे, गुरूजी पढ़ा दे ।
एबीसीडी पढ़ा दे, मोला शिक्षित बना दे।
अक्षर ज्ञान करा दे, गुरूजी पढ़ा दे।
छत्तीसगढ़ के जिला
लेखिका - श्रीमती नंदनी राजपूत
जय छत्तीसगढ़ धरती मैया, चरण में मा माथ नवा देतेव
मैं तोर.. मैं तोर बेटी छत्तीसगढ़ीन, छत्तीसगढ़ गढ़ा देतेव
सेवा बजावत तोर दिन रतिया, जिनगी जम्मो चढ़ा देतेव
मैं तोर बेटी.... मैं तोर बेटी.........
सरगुजा के सरई साल संग, सरग ला पिरथी मा लाहूं
कोरिया कॉलरी के खदान म,
सोना चांदी उपजाहूं
जसपुरिया, रायगढ़िया संग मा,
तेंदू चार खवा देतेव
मैं तोर बेटी .......…
बिलासपुर के बिही बोईर के, का कहीं बे सेवाद
कवर्धा राज ओनहारी पाती, कोरबा बिजली वार
जांजगीर चांपा के कोसा लुगरा,
मनटोरा ला पहरा देतेव
मैं तोर बेटी .......
राजनांदगांव रजवाड़ा फूलगे, जइसे बांस के भीरा
दुर्ग-भिलाई शोर उठते से, पखरावन गे हीरा
महासमुंद धमतरी रायपुर म,
धान कटोरा छलका देतेव।
मैं तोर बेटी......
दंतेवाड़ा बस्तर कांकेर के आदिवासी,
नीच्चट सिधवा, इन्ही ला कहिथे असली भारतवासी
बीजापुर नारायणपुर के चटनी,
खीर खवा देतेव
मैं तोर बेटी........
कोंडागांव म कोपाबेड़ा मंदिर हावे,
सुकमा म टिन अयस्क
बलरामपुर के राप्ती नदी म
गंगा स्नान करा देतेव
मैं तोर बेटी......
बालोद ल वाटर सिटी कहींथे,
व्योमतारा हे बेमेतरा
सूरजपुर के पर्यटन स्थल ह,
सबके मन ल मोहा देतेव
मैं तोर बेटी......
पर्वत बीच म गरियाबंद हे,
सेतगंगा हे मुंगेली
बलौदा बाजार के बैल भैंस ल,
खेत म हल जोतवा देतेव
मैं तोर बेटी......
सत्ताईस जिला छत्तीसगढ़ बिरही,
नवां नाव धरा देतेव।
मैं तोर बेटी.....