विज्ञान के खेल – आओ विद्युत चुंबक बनाएं
एक तांबे के तार को लोहे की कील पर चित्र के अनुसार लपेट लो. अब इस तार का एक सिरा थेड़ा मोड़ लो. मुड़े हुए सिरे को एक बैटरी सेल की पाज़िटिव घुंडी पर चित्र के अनुसार लगाओ और दूसरे सिरे को सेल के निगेटिव साइड पर लगाओ.
बस आपका विद्युत चुंबक या इलेक्ट्रोमेगनेट तैयार हो गया. आप इसे किसी कपड़े से पकड़ें जिससे आपको बिजली का शाक न लगे. अब आप इस इलेक्ट्रोमेगनेट से सेफ्टी पिन जैसी लोहे की छोटी-छोटी वस्तुएं उठा सकते हैं.
इलेक्ट्रो मेगनेट कैसे काम करता है – जब किसी चुंबकीय पदार्थ के चारों ओर कुंडली में बिजली की धारा का प्रवाह होता है तो उस चुंबकीय पदार्थ में चुंबकत्व उत्पन्न हो जाता है. इसे ही विद्युत चुंबकत्व कहते हैं और इस प्रकार बने हुए चुंबक को विद्युत चुंबक कहते हें. इसमें चुंबकत्व केवल तभी तक रहता है जब तक बिजली की धारा का प्रवाह रहता है. बिजली की धारा का प्रवाह रुक जाने से चुंबकत्व समाप्त हो जाता है. इसलिये इस प्रकार का चुंबकत्व अस्थाई चुंबकत्व कहलाता है.
विद्युत चुंबक के उपयोग –
- परम्परागत टीवी एवं कम्प्यूटर के मॉनिटर में, एलेक्ट्रॉन बीम को उपर-नीचे एवं अगल-बगल मोडने के लिये विद्युत्चुम्बक का प्रयोग होता है. इसी से छवि-निर्माण सम्भव हो पाता है.
- लाउडस्पीकर एवं माइक्रोफोन में.
- भारी खनिजों के लिये चुम्बकीय हस्त छन्नी.
- विद्युत मोटर एवं विद्युत जनित्र में.
- वस्तुुओं को थामकर रखने के लिए.
- बहुत से खिलौनो में.
- चुम्बकों की सहायता से ऐसी चीजों को खोजने, पकड़ने एवं इकट्ठा करने में मदद मिलती है जो बहुत छोटी हैं, जिन तक हाथ नही जा सकता, या जिन्हें हाथ से पकड़ना कठिन है.
- किसी कबाड़ से चुम्बकीय एवं अचुंबकीय पदार्थों को अलग करने के लिये.
- चुम्बकीय लेविटेशन पर आधारित यातायात के लिये.