छत्तीसगढ़ी पहेलियां
संकलनकर्ता - कु. सरोजिनी, कक्षा आठवीं, नवापारा कर्रा पाली कोरबा
- पहरी ले उतरे झिलमिल कुकरा.
अनुवाद- पहाड़ से उतरे पंख फैलाकर मुर्गा
उत्तर - झाड़ू (बहरी) - पहाड़ से जंगली पौधे से झाडू बनती है.
- छितका कुरिया म बाघ गुर्राए.
अनुवाद- छोटे घर में बाघ की आवाज
उत्तर - जाता (आटा चक्की) - घरों के जाता से निकलने वाली आवाज.
- भुंजल मुसवा रूख चढ़ें.
अनुवाद- जला हुआ चूहा पेड़ चढ़ें.
उत्तर - कुल्हाड़ी (टांगिया) - भट्ठी में तपाकर कुल्हाड़ी बनाते हैं.
- बीच तलाव में टेड़गी परसा.
अनुवाद- तालाब के बीच में टेढ़ी मेढ़ी पलाश का पेड़.
उत्तर - झिंगा मछली (चिंगरी)
- एक झन टूरी बीख टोनही.
अनुवाद- एक लड़की भयंकर टोनही (तीखी)
उत्तर - मिर्ची (मिरचा)
हिन्दी पहेलियां
संकलनकर्ता - कुलदीप यादव कक्षा छठवीं, नवापारा कर्रा पाली कोरबा
- अंग्रेजी में ज्यादा होता है, हिन्दी में है पक्षी
सावन में पंख पसारे,बुझो एक पहेली अच्छी
उत्तर - मोर
- सीधी होकर नीर पिलाती
उल्टी होकर दीन कहलाती
उत्तर - नदी
- कांटों से निकले, फूलों में उलझे
नाम बताओ तो समस्या सुलझे
उत्तर - तितली
- एक तालाब रस भरा, बेल पड़ी लहराए
फूल खिला बेल पर, फूल बेल को खाए
उत्तर- दीया और बाती
- पढ़ने में लिखने दोनों में, मैं आता काम
कलम नहीं, कागज नहीं, बतलाओ क्या मेरा नाम?
उत्तर – चश्मा